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Om Bhakti Vibes

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श्री गणेश वंदना श्लोक

श्री गणेश वंदना श्लोक

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटिसमप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥   अर्थ:हे वक्रतुण्ड और विशालकाय, जो करोड़ों सूर्यों के समान प्रकाशमान हैं, मेरे सभी कार्यों को सदा निर्विघ्न करें।

शांति का श्लोक

शांति का श्लोक

ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवावहै। तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥   अर्थ:प्रभु हम दोनों की रक्षा करें, हमें साथ-साथ भोजन दें, हम मिलकर शक्ति के साथ कार्य करें, हमारे अध्ययन में तेजस्विता हो, हम एक-दूसरे से द्वेष न करें। शांति हो, शांति हो, शांति हो।

जब कोई न सुने, मैं सुनता हूँ

जब कोई न सुने, मैं सुनता हूँ

कभी-कभी हम अपने दर्द किसी से कह नहीं पाते। लेकिन प्रभु कहते हैं: “मुझे पुकारो, मैं सुनता हूँ — बिना शर्त के।” हर आह, हर अश्रु, हर मन की पीड़ा प्रभु तक पहुँचती है।बस एक बार पुकार कर देखो — “हे प्रभु, मुझे थाम लो…”